उपसर्ग (Prefixes) और प्रत्यय (Suffixes)

उपसर्ग / Prefixes और प्रत्यय / Suffixes

उपसर्ग और प्रत्यय (Pratyay in hindi, Upsarg pratyay):-


उपसर्ग (Prefixes) :


  • उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है – किसी शब्द के समीप आकार नया शब्द बनाना।
  • जो शब्दांश शब्दों से पहले जुड़कर उनके अर्थ में या तो विशिष्टता उत्पन्न कर देता है या उसके अर्थ को परिवर्तित कर देता है उसे उपसर्ग कहते हैं।

हिन्दी में प्रचलित उपसर्ग को निम्न भागों में विभाजित किया है –

  • संस्कृत के उपसर्ग
  • हिन्दी के उपसर्ग
  • उर्दू और फारसी के उपसर्ग
  • अंग्रेजी के उपसर्ग
  • उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय

संस्कृत के उपसर्ग:- 

उपसर्गअर्थशब्द
अतिअधिकअत्यधिक, अत्यंत, अतिरिक्त, अतिशय
अधिऊपर, श्रेष्ठअधिकार, अधिपति, अधिनायक
अनुपीछे, समानअनुचर, अनुकरण, अनुसार, अनुशासन
अपबुरा, हीनअपयश, अपमान, अपकार
अभिसामने, चारों ओर, पासअभियान, अभिषेक, अभिनय, अभिमुख
अवहीन, नीचअवगुण, अवनति, अवतार, अवनति
तक, समेतआजीवन, आगमन
उत्ऊँचा, श्रेष्ठ, ऊपरउद्गम, उत्कर्ष, उत्तम, उत्पत्ति
उपनिकट, सदृश, गौणउपदेश, उपवन, उपमंत्री, उपहार
दुर्बुरा, कठिनदुर्जन, दुर्गम, दुर्दशा, दुराचार
दुस्बुरा, कठिनदुश्चरित्र, दुस्साहस, दुष्कर
निर्बिना, बाहर, निषेधनिरपराध, निर्जन, निराकार, निर्गुण
निस्रहित, पूरा, विपरितनिस्सार, निस्तार, निश्चल, निश्चित
निनिषेध, अधिकता, नीचेनिवारण, निपात, नियोग, निषेध
पराउल्टा, पीछेपराजय, पराभव, परामर्श, पराक्रम
परिआसपास, चारों तरफपरिजन, परिक्रम, परिपूर्ण, परिणाम
प्रअधिक, आगेप्रख्यात, प्रबल, प्रस्थान, प्रकृति
प्रतिउलटा, सामने, हर एकप्रतिकूल, प्रत्यक्ष, प्रतिक्षण, प्रत्येक
विभिन्न, विशेषविदेश, विलाप, वियोग, विपक्ष
सम्उत्तम, साथ, पूर्णसंस्कार, संगम, संतुष्ट, संभव
सुअच्छा, अधिकसुजन, सुगम, सुशिक्षित, सुपात्र

हिन्दी के उपसर्ग:-

उपसर्गअर्थशब्द
अभाव, निषेधअछूता, अथाह, अटल
अनअभाव, निषेधअनमोल, अनबन, अनपढ़
कुबुराकुचाल, कुचैला, कुचक्र
दुकम, बुरादुबला, दुलारा, दुधारू
निकमीनिगोड़ा, निडर, निहत्था, निकम्मा
हीन, निषेधऔगुन, औघर, औसर, औसान
भरपूराभरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार
सुअच्छासुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल
अधआधाअधपका, अधकच्चा, अधमरा, अधकचरा
उनएक कमउनतीस, उनसठ, उनहत्तर, उंतालीस
परदूसरा, बाद कापरलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित
बिनबिना, निषेधबिनब्याहा, बिनबादल, बिनपाए, बिनजाने

अरबी-फ़ारसी के उपसर्ग:-

उपसर्गअर्थशब्द
कमथोड़ा, हीनकमज़ोर, कमबख़्त, कमअक्ल
खुशअच्छाखुशनसीब, खुशखबरी, खुशहाल, खुशबू
गैरनिषेधगैरहाज़िर, गैरक़ानूनी, गैरमुल्क, गैर-ज़िम्मेदार
नाअभावनापसंद, नासमझ, नाराज़, नालायक
और, अनुसारबनाम, बदौलत, बदस्तूर, बगैर
बासहितबाकायदा, बाइज्ज़त, बाअदब, बामौका
बदबुराबदमाश, बदनाम, बदक़िस्मत,बदबू
बेबिनाबेईमान, बेइज्ज़त, बेचारा, बेवकूफ़
लारहितलापरवाह, लाचार, लावारिस, लाजवाब
सरमुख्यसरताज, सरदार, सरपंच, सरकार
हमसमान, साथवालाहमदर्दी, हमराह, हमउम्र, हमदम
हरप्रत्येकहरदिन, हरसाल, हरएक, हरबार

अंग्रेज़ी के उपसर्ग:-

उपसर्गअर्थशब्द
सबअधीन, नीचेसब-जज सब-कमेटी, सब-इंस्पेक्टर
डिप्टीसहायकडिप्टी-कलेक्टर, डिप्टी-रजिस्ट्रार, डिप्टी-मिनिस्टर
वाइससहायकवाइसराय, वाइस-चांसलर, वाइस-प्रेसीडेंट
जनरलप्रधानजनरल मैनेजर, जनरल सेक्रेटरी
चीफ़प्रमुखचीफ़-मिनिस्टर, चीफ़-इंजीनियर, चीफ़-सेक्रेटरी
हेडमुख्यहेडमास्टर, हेड क्लर्क

उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय:-

उपसर्गअर्थशब्द
अधःनीचेअधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित
अंतःभीतरीअंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय
अभावअशोक ,अकाल, अनीति
चिरबहुत देरचिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु
पुनर्फिरपुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन
बहिर्बाहरबहिर्गमन, बहिष्कार
सत्सच्चासज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य
पुरापुरातनपुरातत्त्व, पुरावृत्त
समसमानसमकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक
सहसाथसहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर

प्रत्यय (Suffixes):-

♦ प्रत्यय = प्रति (साथ में पर बाद में) + अय (चलने वाला) शब्द का अर्थ है पीछे चलना।

♦ वे शब्द जो किसी शब्द के बाद (पीछे) जुड़कर उसके अर्थ में या तो विशिष्टता उत्पन्न कर देते हैं या अर्थ में परिवर्तन कर देता है उसे प्रत्यय कहते हैं।

प्रत्यय (Pratyay) के भेद –

  • कृत प्रत्यय
  • तद्धित प्रत्यय

कृत प्रत्यय :-

वे प्रत्यय जो धातु (क्रिया) में जोड़े जाते है कृत प्रत्यय कहलाते है और कृत प्रत्यय से बने शब्द कृदन्त शब्द कहलाते हैं। हिन्दी में कृत प्रत्ययों की संख्या 28 है।

प्रत्ययमूल शब्द\धातुउदाहरण
अकलेख्, पाठ्, कृ, गैलेखक, पाठक, कारक, गायक
अनपाल्, सह्, ने, चर्पालन, सहन, नयन, चरण
अनाघट्, तुल्, वंद्, विद्घटना, तुलना, वन्दना, वेदना
अनीयमान्, रम्, दृश्, पूज्, श्रुमाननीय, रमणीय, दर्शनीय, पूजनीय, श्रवणीय
सूख, भूल, जाग, पूज, इष्, भिक्ष्सूखा, भूला, जागा, पूजा, इच्छा, भिक्षा
आईलड़, सिल, पढ़, चढ़लड़ाई, सिलाई, पढ़ाई, चढ़ाई
आनउड़, मिल, दौड़उड़ान, मिलान, दौड़ान
हर, गिर, दशरथ, मालाहरि, गिरि, दाशरथि, माली
इयाछल, जड़, बढ़, घटछलिया, जड़िया, बढ़िया, घटिया
इतपठ, व्यथा, फल, पुष्पपठित, व्यथित, फलित, पुष्पित
इत्रचर्, पो, खन्चरित्र, पवित्र, खनित्र
इयलअड़, मर, सड़अड़ियल, मरियल, सड़ियल
हँस, बोल, त्यज्, रेतहँसी, बोली, त्यागी, रेती
उकइच्छ्, भिक्ष्इच्छुक, भिक्षुक
तव्यकृ, वच्कर्तव्य, वक्तव्य
ताआ, जा, बह, मर, गाआता, जाता, बहता, मरता, गाता
तिअ, प्री, शक्, भजअति, प्रीति, शक्ति, भक्ति
तेजा, खाजाते, खाते
त्रअन्य, सर्व, अस्अन्यत्र, सर्वत्र, अस्त्र
क्रंद, वंद, मंद, खिद्, बेल, लेक्रंदन, वंदन, मंदन, खिन्न, बेलन, लेन
नापढ़, लिख, बेल, गापढ़ना, लिखना, बेलना, गाना
दा, धादाम, धाम
गद्, पद्, कृ, पंडित, पश्चात्, दंत्, ओष्ठ्गद्य, पद्य, कृत्य, पाण्डित्य, पाश्चात्य, दंत्य, ओष्ठ्य
यामृग, विद्मृगया, विद्या
रूगेगेरू
वालादेना, आना, पढ़नादेनेवाला, आनेवाला, पढ़नेवाला
ऐया\वैयारख, बच, डाँट\गा, खारखैया, बचैया, डटैया, गवैया, खवैया
हारहोना, रखना, खेवनाहोनहार, रखनहार, खेवनहार

तद्धित प्रत्यय :-

वे प्रत्यय जो धातु को छोड़कर अन्य शब्दों (संज्ञा, सर्वनाम व विशेषण) में जुडते हैं तद्धित प्रत्यय कहलाते है। तद्धित प्रत्यय से बने शब्द तद्धितांत कहलाते है।

प्रत्ययशब्दउदाहरण
आइपछताना, जगनापछताइ, जगाइ
आइनपण्डित, ठाकुरपण्डिताइन, ठकुराइन
आईपण्डित, ठाकुर, लड़, चतुर, चौड़ापण्डिताई, ठकुराई, लड़ाई, चतुराई, चौड़ाई
आनीसेठ, नौकर, मथसेठानी, नौकरानी, मथानी
आयतबहुत, पंच, अपनाबहुतायत, पंचायत, अपनायत
आर/आरालोहा, सोना, दूध, गाँवलोहार, सुनार, दूधार, गँवार
आहटचिकना, घबरा, चिल्ल, कड़वाचिकनाहट, घबराहट, चिल्लाहट, कड़वाहट
इलफेन, कूट, तन्द्र, जटा, पंक, स्वप्न, धूमफेनिल, कुटिल, तन्द्रिल, जटिल, पंकिल, स्वप्निल, धूमिल
इष्ठकन्, वर्, गुरु, बलकनिष्ठ, वरिष्ठ, गरिष्ठ, बलिष्ठ
सुन्दर, बोल, पक्ष, खेत, ढोलक, तेल, देहातसुन्दरी, बोली, पक्षी, खेती, ढोलकी, तेली, देहाती
ईनग्राम, कुलग्रामीण, कुलीन
ईयभवत्, भारत, पाणिनी, राष्ट्रभवदीय, भारतीय, पाणिनीय, राष्ट्रीय
बच्चा, लेखा, लड़काबच्चे, लेखे, लड़के
एयअतिथि, अत्रि, कुंती, पुरुष, राधाआतिथेय, आत्रेय, कौंतेय, पौरुषेय, राधेय
एलफुल, नाकफुलेल, नकेल
ऐतडाका, लाठीडकैत, लठैत
एरा/ऐराअंध, साँप, बहुत, मामा, काँसा, लुटअँधेरा, सँपेरा, बहुतेरा, ममेरा, कसेरा, लुटेरा
ओलाखाट, पाट, साँपखटोला, पटोला, सँपोला
औतीबाप, ठाकुर, मानबपौती, ठकरौती, मनौती
औटाबिल्ला, काजरबिलौटा, कजरौटा
धम, चम, बैठ, बाल, दर्श, ढोलधमक, चमक, बैठक, बालक, दर्शक, ढोलक
करविशेष, ख़ासविशेषकर, ख़ासकर
काखट, झटखटका, झटका
जाभ्राता, दोभतीजा, दूजा
ड़ा, ड़ीचाम, बाछा, पंख, टाँगचमड़ा, बछड़ा, पंखड़ी, टँगड़ी
रंग, संग, खपरंगत, संगत, खपत
तनअद्यअद्यतन
तरगुरु, श्रेष्ठगुरुतर, श्रेष्ठतर
तःअंश, स्वअंशतः, स्वतः
तीकम, बढ़, चढ़कमती, बढ़ती, चढ़ती

इतिहास/स्त्रोत के आधार पर हिन्दी में प्रत्ययों को चार वर्गों में विभाजित किया है –

  1. तत्सम प्रत्यय
  2. तदभव प्रत्यय
  3. देशज प्रत्यय
  4. विदेशज प्रत्यय
    1. अरबी/फारसी प्रत्यय
    2. अंग्रेजी प्रत्यय

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