ब्लॉक आर्गनाइजर / Block Organizer Homeguard 2018 paper


उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद् (UBTER) द्वारा ब्लॉक आर्गनाइजर होमगार्ड / Block Organizer Homeguard हेतु Group C भर्ती परीक्षा 2014 का हल प्रश्न पत्र (Solved Paper)। उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद् (UBTER) द्वारा 10 फरवरी, 2014  में विज्ञापित, पदनाम – ब्लॉक आर्गनाइजर होमगार्ड / Block Organizer Homeguard, पद कोड – 277, विभाग – होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा हेतु लिखित प्रतियोगी परीक्षा दिनांक 12 मई, 2018 को आयोजित की गयी थी ।

UBTER द्वारा आयोजित ब्लॉक आर्गनाइजर होमगार्ड / Block Organizer Homeguard भर्ती परीक्षा 2018 का हल प्रश्न पत्र

पद नाम : ब्लॉक आर्गनाइजर होमगार्ड / Block Organizer Homeguard
पद कोड : 277
परीक्षा तिथि : 12 मई 2018
कुल प्रश्न : 100


निर्देश – (प्रश्न संख्या संख्या 1 से 5 तक) नीचे दिये गये अपठित गद्यांश का अध्ययन कर पूछे गये प्रश्नों का विकल्प के रूप में दीजिए।

भारतीय समाज में नारी की स्थिति सचमुच विरोधाभासपूर्ण रही है। संस्कृतिङ्के पक्ष में उसे ‘शक्ति’ माना गया है तो लोकपक्ष से उसे ‘अबला’ खा गया है। सदियों के संस्कारों की जड़ें इतनी गहरी होती हैं कि उन्हें न तो कुछ वर्षों की शैक्षिक प्रगति खोद सकती है, न कुछेक आन्दोलनों से उन्हें हिलाया जा सकता है। अतः यह स्थिति पूर्ववत् ही बनी रही है। यह स्थिति कई मामलों में अब भी उलझी हुई है और दिशा अस्पष्ट है, क्योंकि यहाँ हर प्रश्न को पश्चिमी आइने में देखा गया। तटस्थ समाजशास्त्रीय दृष्टि इस बारे में नहीं रही। हमारे यहाँ विभिन्न समाजों में स्त्रियों की स्थिति प्रगति बहुत कुछ स्थानीय, सामुदायिक व जातीय परम्पराओं पर आधारित है। एक ही धर्म और एक ही भौगोलिक स्थिती के भीतर (केरल में) कहीं मातृसत्तात्मक परिवार में स्त्री ही मुखिया हैं और उसे अधिकार प्राप्त है।

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मातृसत्तात्मक परिवार में भी उनका सम्मान नहीं रहा तो कहीं पितृसत्तात्मक परिवार में उनकी स्थिति सम्मानजनक है। समाजशास्त्रीय दृष्टि से इन विभिन्नताओं को रेखांकित करती है। हमारा दुर्भाग्य यह रहा है कि हम पश्चिमी देशों के अन्धानुकरण को अपनी प्रगति मान बैठे। ‘वीमेंसलिब’ का अतिवाद पश्चिमी देशों को परिवारवाद की ओर लौटा रहा है। तीसरी दुनिया के हमारे जैसे देश बुनियादी समस्याएँ भूल आगे होकर उसी मुक्ति आन्दोलन को अपनाने की होड़ में लगे हैं। यह सब दिशाहीन यात्रा है। स्थानीय और राष्ट्रीय परम्पराओं स्थितियों के अनुरूप कोई लक्ष्य, कोई स्पष्ट दिशा निर्धारित किये बिना, बिना इस बात पर गम्भीरता से विचार किये कि ‘स्त्रीवाद’ का अर्थ परिवार तोड़ना या सामाजिक विघटन नहीं है और न ही आजाद होने का मतलब यह है कि औरत औरत न रहे, हम अपने यहाँ इस आन्दोलन को चला रहे हैं।

1. भारतीय समाज के सांस्कृतिक पक्ष में नारी को क्या माना गया है ?
(A) अबला
(B) शक्ति
(C) सबला
(D) माया

ANS : B

2. भारत के किस राज्य में मातृसत्तात्मक परिवार की चेतना विद्यमान है ?
(A) बिहार
(B) राजस्थान
(C) केरल
(D) पश्चिमी बंगाल

ANS : C

3. ‘स्त्रीवाद’ का अर्थ है :
(A) स्त्री की स्थिति पर विचार
(B) परिवार व्यवस्था का अन्त
(C) स्त्री की स्वतंत्रता
(D) पश्चिमी संस्कारों को अपना

ANS : A

4. दर्भाग्य’ शब्द का विलोम शब्द है :
(A) सम्मान
(B) अभिमान
(C) सौभाग्य
(D) संस्कार

ANS : C

5. ‘विभिन्न’ शब्द में कौन सा उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है ?
(A) इन
(B) अन
(C) उन
(D) वि

ANS : D

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निर्देश – (प्रश्न संख्या 6 से 10 तक) : दिये गये पद्यांश का सावधानीपूर्वक अध्ययन कर नीचे पूछे गये प्रश्नों का उत्तर विकल्प के रूप में दीजिए।

   वह तोड़ती पत्थर ।
देखा मैंने बनारस के पथ पर,
वह तोड़ती पत्थर।
कोई न छायादार
पेड़ वह जिसके तले बैठी स्वीकार,
श्याम तन, भरा बँधा यवन,
नत नयन, प्रिय कर्म रत मन।
गुरु हथौड़ा हाथ।
करती बार-बार प्रहार
सामने तक मालिका, अट्टालिका प्राकार
चढ़ रही थी धूप
गर्मियों के दिन
दिवा का तमतमाता रूप,
उठी झुलसाती हुई लू,
रुई ज्यों जलती हुई भू
गर्द चिनगीं छा गई,
प्रायः हुई दुपहर-
वह तोड़ती पत्थर।
देखते देखा मुझे तो एक बार
उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार
देखकर कोई नहीं
देखा मुझे उस दृष्टि से
जो नार खा रोई नहीं,
सजा सहज सितार,
सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार
एक क्षण के बाद वह कॉपी सुघर,
दुलक माथे से गिरे सीकर,
लीन होते कर्म में फिर ज्यों कहा-
“मैं तोड़ती पत्थर |”

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6. पद्यांश के आधार पर बताइये कि दोपहर को वातावरण कैसा था ?
(A) धूप कम थी।
(B) लू चल रही थी।
(C) हल्की हवा चल रही थी।
(D) आकाश में बादल छाये थे।

ANS : B

7. ‘नत नयन, प्रिय कर्म त मन’ से क्या अभिप्राय है?
(A) वह कामचोर थी।
(B) नयन सुन्दर होने के कारण झुक कर काम कर रही थी।
(C) नयन का झुकना स्वभाविक है इसलिए काम कर रही थी।
(D) झुके हुए सुन्दर नयन, कर्म में लीन

ANS : D

8. भूमि जल रही थी :
(A) रुई के समान
(B) अंगीठी के समान
(C) तवे के समान
(D) रह-रह कर जल रही थी

ANS : A

9. ‘सीकर’ शब्द से अभिप्राय है :
(A) बूँद
(B) पत्थर
(C) पसीना
(D) रक्त

ANS : C

10. ‘दोपहर’ शब्द में कौन सा समास है ?
(A) द्विगु समास
(B) बहुवीही समास
(C) द्वन्द समास
(D) अव्ययीभाव समास

ANS : A

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11. ‘सम’ उपसर्ग का उपयोग किस शब्द में नहीं हुआ है ?
(A) संकल्प
(B) संरक्षण
(C) सन्यास
(D) स्वागत

ANS : D

12. ‘अत्यावश्यक’ में कौन सी संधि है ?
(A) वृद्धि स्वर संधि
(B) यण स्वर संधि
(C) गुण स्वर संधि
(D) दीर्घ स्वर संधि

ANS : B

13. ‘पुत्र रत्न’ शब्द में कौन सा समास है ?
(A) तत्पुरुष
(B) द्विगु
(C) द्वन्द
(D) कर्मधारय

ANS : D

14. ‘हाथ कंगन को आरसी क्या’ लोकोक्ति का सही अर्थ क्या है ?
(A) उचित न्याय
(B) देखने में सज्जन, हृदय से कुटिल
(C) प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं
(D) हाथ के कंगन में चेहरा देखना

ANS : C

15. “बाँधा था विधु को किसने
इन काली जंजीरों से।
मणिवाले फणियों का मुख
क्यों भरा हुआ हीरों से।
उपरोक्त पद में कौन सा अलंकार प्रवृत्ति है ?
(A) उत्प्रेक्षा अलंकार
(B) अतिशयोक्ति अलंकार
(C) विरोधाभास अलंकार
(D) दृष्टान्त अलंकार

ANS : B

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16. किन संज्ञा शब्दों का प्रायः बहुवचन नही होता है ?
(A) जातिवाचक
(B) द्रव्यवाचक
(C) व्यक्तिवाचक
(D) समूहवाचक

ANS : C

17. ‘विदुषी’ किस शब्द का स्त्रीलिंग रूप है ?
(A) विद्वेष
(B) विदुर
(C) विद्वत
(D) विद्वान

ANS : D

18. निम्नलिखित में से कौन सा शब्द ‘रुढ’ है ?
(A) हाथी
(B) विद्यालय
(C) पंकज
(D) समतल

ANS : A

19. निनलिखित में से वर्तनी के आधार पर कौन सा शब्द शुद्ध है?
(A) ज्येष्ठ
(B) अतिथी
(C) सृष्टी
(D) स्वास्थ

ANS : A

20. ‘उच्छवास’ का विपरीतार्थक शब्द क्या होगा ?
(A) विश्वास
(B) नि:श्वास
(C) श्वास
(D) उत्साह

ANS : B

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